आज के समय में अपने घर का सपना हर कोई देखता है। कुछ लोग फ्लैट को अपनी पहली प्राथमिकता देते हैं तो कुछ अपनी इच्छा के अनुसार अपना घर बनवाना चाहते हैं। अगर ऐसे में कोई व्यक्ति अगर अपना घर बनवाना चाह रहा है तो उसके लिए सबसे बड़ी चुनौती यह होती है कि घर के लिए लिए सबसे पहले जमीन ली जाए। वहीं, कुछ लोग प्लॉट इसलिए भी खरीदते हैं ताकि उसे निवेश के उद्देश्य से अपने पास रख सकें और सही समय आने पर उसे बेच कर मुनाफा कमा सकें। लेकिन, भूमि खरीदना एक बड़ा वित्तीय निर्णय है। इसके लिए एक बड़ी रकम की जरूरत होती है। हर किसी के पास यह रकम हो ऐसा संभव नहीं होता है। ऐसी स्थिति में लोग भूमि खरीदने के लिए लोन लेते हैं। तो चलिए आज के इस ब्लॉग में हम आपको प्लॉट लोन के लिए आवेदन के विषय में विस्तार से समझाते हैं।
क्या होता है प्लॉट लोन?
प्लॉट लोन एक तरह का सुरक्षित ऋण है जो कि वित्तीय संस्थान के द्वारा किसी भी व्यक्ति को प्रदान किया जाता है। इसकी मदद से आप एक आवासीय जमीन का टुकड़ा (प्लॉट) खरीद सकते हैं। यह एक तरह से होम लोन की तरह ही होता है लेकिन, इन दोनों में मुख्य अंतर यह है कि होम लोन घर बनाने के लिए लिया जाता है जबकि, प्लॉट लोन जमीन खरीदने के लिए। भारत में कुछ ऐसे भी वित्तीय संस्थान हैं जो कि भूमि के लिए लोन देने के साथ-साथ निर्माण के लिए भी लोन प्रदान करते हैं।
किस तरह से कार्य करता है प्लॉट लोन?
- अगर आप भूमि लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको जमीन की कीमत की 70 से 80 फीसद तक की राशि प्राप्त होती है। बाकि की राशि आपको अपनी जेब से देनी होती है।
- लोन की अवधि ज्यादातर मामलों में 15 से 20 साल की होती है। कुछ विशेष मामलों में यह थोड़ी ज्यादा हो सकती है।
- होम लोन इंटरेस्ट रेट की तुलना में यहां ब्याज दरें थोड़ी ज्यादा होती हैं, आप अपनी लोन चुकाने की क्षमता के अनुसार मासिक किस्त का चुनाव कर सकते हैं।
प्लॉट लोन के फायदेः
- संपत्ति का अधिकारः यह एक ऐसा वित्तीय संसाधन है जो आपको एक संपत्ति खरीदने का अधिकार देता है। इसे आप बाद में अपनी जरूरत के अनुसार भविष्य में या तो बेच सकते हैं या फिर वहां अपना मकान विकसित कर सकते हैं।
- कर लाभः कई मामलों में भूमि लोन पर भी कर लाभ मिलता है। ऐसे में अगर आप उस प्लॉट पर घर बनवाने की सोच रहे हैं तो उसे होम लोन में बदल सकते हैं।
- फ्लेक्सिबिलिटीः आप जब फ्लैट की तुलना में एक प्लॉट खरीदते हैं तो वहां अपनी पसंद से उसके आकार और स्थान का चुनाव कर सकते हैं। यहां आप अपनी भविष्य की जरूरत के हिसाब से अपना घर बनवा सकते हैं।
प्लॉट लोन के नुकसान
- उच्च ब्याज दरः होम लोन की तुलना में प्लॉट लोन में ब्याज दरें ज्यादा हो सकती हैं।
- तत्काल आय नहीं : अगर आप केवल प्लॉट खरीदते हैं और उस पर अपना मकान नहीं बनाते हैं तो तत्काल आपकी आय नहीं होगी।
- अतिरिक्त लागतः प्लॉट खरीदने के दौरान आपको पंजीकरण शुल्क, स्टांप शुल्क और अन्य कानूनी शुल्कों का सामना करना पड़ सकता है।
- केवल आवासीय उपयोगः प्लॉट लोन आमतौर पर केवल आवासीय उपयोग के लिए दिया जाता है न कि किसी वाणिज्यिक या कृषि उद्देश्य के लिए।
पात्रता मानदंडः
प्लॉट लोन लेने के लिए आपको आमतौर पर कुछ महत्वपूर्ण मानदंडों को पूरा करना पड़ता हैः
- आयुः लोन के लिए आवेदक की आयु आमतौर पर 18 से 65 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आयः आवेदक के पास आय का एक स्थिर स्त्रोत होना चाहिए, इस लोन के लिए वेतनभोगी हो या फिर व्यवसायी दोनों ही आवेदन दे सकते हैं।
- क्रेडिट स्कोरः भूमि लोन के लिए आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा होना चाहिए। एक आदर्श क्रेडिट स्कोर 750 या उससे अधिक का होता है।
- राष्ट्रीयताः आवेदक के पास भारत की राष्ट्रीयता होनी चाहिए।
कैसे करें आवेदन
- शोध करें : होम लोन लेने के लिए सबसे पहले आपको शोध करने की जरूरत है। इसके सभी नियम और शर्तों के बारे में अच्छी तरह से जान और समझ लें।
- पेपर वर्कः लोन के लिए जो भी जरूरी कागजात हैं उन्हें तैयार कर लें। ताकि आवेदन के समय आपको किसी भी तरह की कोई दिक्कत न आए।
- आवेदन करें : अब आपको वित्तीय संस्थान में जा कर लोन के लिए आवेदन देना है।
- रिम्बर्समेंटः आखिरी चरण में आपके लोन अमाउंट का रिम्बर्समेंट होता है और पैसे आपके खाते में पहुंच जाते हैं।
भूमि लोन लेना आपके लिए एक फायदेमंद सौदा हो सकता है लेकिन, इस दौरान आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है। अगर आप अपनी ईएमआई को विस्तार से समझना चाहते हैं तो EMI कैलकुलेटर का प्रयोग कर सकते हैं। इससे आपको लोन के साथ आने वाली अन्य शुल्कों के बारे में भी पता लग जाता है। साथ ही लोन लेने से पहले आपको विभिन्न वित्तीय संस्थानों से प्राप्त होने वाले लोन की तुलना कर लेनी चाहिए ताकि आप अपने लिए एक सही सौदे का चुनाव कर सकें।